मुख्यमंत्री व राज्यपाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर गांधी पार्क, देहरादून में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए सबको प्रेरित किया। भारत को आजादी दिलाने के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि हमें अपने आचरण में अहिंसा का भाव जागृत करने के साथ ही मानवता के प्रति करूणा का भाव पैदा करना होगा। यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री का भी स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने जय जवान जय किसान का नारा दिया। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और पद्म विभूषणअटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान को जोड़ा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसमें जय अनुसंधान जोड़कर नये भारत का नारा ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़े के रूप में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजानदास भी उपस्थित थे।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर उनके चित्रों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। राजभवन के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में भातखंडे संगीत महाविद्यालय देहरादून, के कलाकारों द्वारा गांधी जी के प्रिय भजन- ‘‘वैष्णव जन तो तैने कहिये जे पीर पराई जानि रे‘‘, ‘‘श्री राम चन्द्र कृपालु भजुमन’’ तथा ‘‘रघुपति राघव राजा राम’’ की संगीतमय प्रस्तुति दी गयी।
राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया के लिए सत्य और अहिंसा का मार्ग प्रशस्त किया है। उनके सत्य और अहिंसा के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं जिससे युवाओं को सीख लेने की जरूरत है। राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को स्मरण करते हुए कहा कि उनकी सादगी व सरलता भरा जीवन हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा। राज्यपाल ने कहा कि हमें इन महान विभूतियों से प्रेरणा लेकर विकसित एवं विश्व गुरु भारत के सपनों को साकार करने की दिशा में कार्य करना होगा।
इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव स्वाति एस. भदौरिया, उप सचिव एन.के. पोखरियाल, अनु सचिव जी.डी. नौटियाल, वित्त नियंत्रक श्रीमती तृप्ति श्रीवास्तव व राजभवन के अन्य अधिकारीगण एवं कार्मिक उपस्थित रहे।
——————————————