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नेशनल पिट्टू में उत्तराखंड, झारखंड व राजस्थान का जीत से आगाज

देहरादून। उत्तराखंड पिट्टू एसोसिएशन की ओर से आयोजित द्वितीय नेशनल जूनियर (बालक-बालिका) पिट्टू चैंपियनशिप का बुधवार को रंगारंग आगाज हो गया। प्रतियोगिता में 18 राज्यों की बालक-बालिका वर्ग की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं। पहले दिन बालक वर्ग में पंजाब,  मध्य प्रदेश, ओडिशा और बालिका वर्ग में झारखंड, राजस्थान व उत्तराखंड ने जीत से शुरूआत की है।  
कंचनजंगा हॉल, रजत जयंती खेल परिसर, रायपुर में प्रतियोगिता का उद्घाटन मुख्य अतिथि पिट्टू फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत के पुरातन को बढ़ावा देने के लिए फेडरेशन लगातार प्रयास कर रही है। कहा कि पिट्टू को ओलंपिक तक लेना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने उत्तराखंड के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध करुंगा कि पिट्टू को उत्तराखंड में विशेष पारंपरिक खेल का दर्जा देने के साथ ही खेल नीति में शामिल किया जाए। पहले दिन जोरदार मुकाबले देखने को मिले। बालक वर्ग के पहले मैच में पंजाब ने महाराष्ट्र को 103-60 के अंतर से हराया। दूसरे मैच में मध्य प्रदेश ने उत्तर प्रदेश को 92-74 से हराया। तीसरे मैच में ओडिशा ने जम्मू-कश्मीर को 64-19 से पराजित किया। बालिका वर्ग के पहले मैच में झारखंड ने दिल्ली को 74-70 से पराजित किया। दूसरे मैच में राजस्थान ने हिमाचल प्रदेश को 62-16 से शिकस्त दी। तीसरे मैच में उत्तराखंड ने मध्य प्रदेश को 90-40 से एकतरफा हराया। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा ने की। मंच का संचालन सृष्टि काला ने किया। मैचों में ओम प्रकाश मल्ल, रंजना, वर्षा कंडारी, उमा रौथाण, रितिक भट्ट, अवध कुमार पटेल, कृपाल दास बैरागी, सुयश भार्गव, हरदीप सिंह ने रेफरी की भूमिका निभाई। इस दौरान उत्तराखंड पिट्टू फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव नवीन गौड़, उपाध्यक्ष हरिनारायण यादव, निदेशक गुलाब सिंह चौहान, तकनीकी निदेशक कृष्ण गोपाल मिश्रा, कोर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन ईश्वर सिंह चौहान, उत्तराखंड पिट्टू एसोसिएशन के अध्यक्ष पीसी पांडे, उपाध्यक्ष मनिंदर लडोला, सचिव अश्वनी भट्ट, कोषाध्यक्ष मनोज कापड़ी, पारंपरिक खेल संघ के अध्यक्ष मनीष कोठियाल, संयुक्त सचिव गौरव गुलेरी, सतीश कंडारी, विनोद पंवार, जितेंद्र लिंगवाल आदि मौजूद रहे।
यात्री बैंड ने देवभूमि की संस्कृति से कराया रूबरू
अमन रतूड़ी के यात्री बैंड की स्वर लहरी ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने अपने गीतों से सभी को देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति, देव स्थानों, लोक परंपराओं आदि से रूबरू कराया। साथ ही, पारंपरिक खेलों पर तैयार गीत की प्रस्तुति दी। सृष्टि काला ने गढ़वाली और कुमाऊंनी गीतों की प्रस्तुति दी। 
श्रीकृष्ण के पिट्टू खेलते हुए लीला का किया मंचन
परिंदा आर्ट स्टूडियो, नृत्य डांस स्टूडियो, सुरभि डांस अकादमी द्वारा ने श्री कृष्ण के बालसखाओं के साथ पिट्टू खेलते हुए लीला का नृत्य नाटिका का सजीव मंचन किया। जिसे सभी ने सराहा।
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