हरितालिका तीज उत्सव में बिखरी गोर्खाली लोक संस्कृति की छटा
देहरादून। गोर्खाली महिला हरितालिका तीज कमेटी की आेर से आयोजित 17वां गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव—2021 में लोकगीतों और लोकनृत्यों ने गोर्खाली संस्कृति की छटा बिखेरी। इस मौके पर शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए शिक्षिकाआें को सम्मानित किया गया।
रविवार को गढ़ी कैंट स्थित गोर्खाली सुधार सभा के मानेकशा सभागार में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए महिला हरितालिका तीज उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी और अति विशिष्ठ अतिथि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की धर्मपत्नी श्रीमती निर्मला जोशी, सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा, तीज कमेटी की अध्यक्षा सरोज गुरुंग, कमला थापा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पूर्व कोरोनाकाल में दिवंगत लोगों के लिए दो मिनट कर मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत सृष्टि शाही व मुस्कान क्षेत्री ने शिव स्तुति से की गयी। आयो तीज को लहर.. गीत पर कमेटी के सदस्यों ने समूह नृत्य किया। गुरांस सांस्कृतिक कला केंद्र ने सपनी म आउने लाई गीत पर श्रेया राई, नैना शर्मा, रितिका सेन, योगिता कोरंगा ने समूह लोकनृत्य प्रस्तुत किया। कलाकार मनीषा आले ने तीज लोकगीत किया। यमु राना ग्रुप ने घनकाई देऊ मादल…, माया ले आटेर चलाऊछु छुकछुके रेल..गीत पर लोकृनत्य प्रस्तुत कर समां बांधा। प्रज्जवल क्षेत्री ने सुुंदर गीत प्रस्तुति दी। तीज कमेटी और कला ग्रुप के कलाकारों ने गीतोंं पर लोकनृत्य कर गोर्खाली संस्कृति की छटा बिखेरी। इस दौरान शिक्षा में सराहनीय कार्य के लिए रितिका क्षेत्री, संगीता सुब्बा, शिखा थापा को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपासना थापा, मीनू क्षेत्री, पूजा सुब्बा, बुद्धिमान थापा, निर्मला थापा, मीनू आले, प्रमिला खत्री, ज्योति कोटिया, संध्या थापा, सविता क्षेत्री, पूनम गुरुंग, विनीता, आकांक्षा, उषा राना, कविता क्षेत्री, मधु क्षेत्री, प्रभा शाह आदि मौजूद थे।
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