छात्रों ने मनमोहक अंदाज में प्रस्तुत की कविताएं
भाई वीर सिंह की 150 वीं जयंती क़ो समर्पित कविता प्रतियोगिता आयोजित
पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के उप कुलपति प्रो. अरविंद की सरपरस्ती में डॉ. बलबीर सिंह साहित्य केंद्र, देहरादून द्वारा पंजाबी और सिख साहित्य के प्रख्यात साहित्यकार डॉ. भाई वीर सिंह की 150वीं जयंती को समर्पित ‘कविता प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में देहरादून व ऋषिकेश के 14 विद्यालयों के 45 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। डॉ. कुलविंदर सिंह ने बताया कि देहरादून से वेलम गर्ल्स स्कूल, दून इंटरनेशनल स्कूल, श्री गुरु नानक दून वेल स्कूल रेसकोर्स, श्री गुरु नानक पब्लिक गर्ल्स इंटर कॉलेज रेसकोर्स, गुरु नानक एकेडमी रायपुर, श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल प्रेमनगर, श्री गुरु नानक पब्लिक गर्ल्स इंटर कॉलेज प्रेमनगर, श्री गुरु नानक पब्लिक महिला इंटर कॉलेज खुरबरा, सनेहा दून एकेडमी, कैम्ब्रिज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, श्री गुरु नानक बाल इंटर कालेज चक्खूवाला और ऋषिकेश से एनडीएस, एनजीए, गुरमत संगीत बाल विद्यालय के 5वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों ने भाग लिया।
आयोजन के प्रारंभ में बलबीर सिंह साहित्य केंद्र के समन्वयक डॉ. परमवीर सिंह ने भाई वीर सिंह के जीवन के बारे में संक्षिप्त जानकारी देते हुए छात्रों को भाई वीर सिंह के शैक्षणिक कार्यों और कविता से संबंधित जानकारी प्रदान की।
इस मौके पर छात्रों ने भाई वीर सिंह की कविताओं को अपनी सुरीली आवाज और मनमोहक अंदाज में प्रस्तुत किया। भाग लेने वाले स्कूलों में श्री गुरु नानक महिला पब्लिक स्कूल खुरबरा, वेल्लम गर्ल्स, दून इंटरनेशनल स्कूल, गुरु नानक एकेडमी रायपुर, श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल प्रेमनगर और एन.जी.ए. ऋषिकेश के स्कूल के विद्यार्थियों को पांच दिसंबर को भाई वीर सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर पंजाबी विश्वविद्यालय के उपकुलपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
इस मौके पर नरेंद्रजीत सिंह ‘बिंद्रा’ पूर्व अध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग उत्तराखंड व स. दविंदर सिंह ‘मान’ अध्यक्ष दून इंटरनेशनल स्कूल ने छात्रों को प्रमाण पत्र और भाई वीर सिंह की पुस्तक भेंट की। जज साहिबान की सेवाएं डॉ. दलजीत कौर और श्री अंबर खरवंदा ने बहुत कुशलता से निभाई। यह कार्यक्रम गुरसिख एजुकेशन सोसाइटी के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें दविंदर सिंह ‘बिंद्रा’ सहित सुसाइटी के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
इस मौके पर स. दर्शन सिंह, स. अमरजीत सिंह भाटिया, प्रिंसिपल प्यारा सिंह और अलग अलग स्कूलों के पंजाबी अध्यापकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।