कवयित्री डा.नीता कुकरेती की पुस्तक ‘श्रुति से शब्द तक’ का विमोचन
नारी चेतना और देशप्रेम की कविताएं प्रेरणादायक : रतूड़ी
देहरादून। महाकवि सुमित्रानंद पंत की जयंती के उपलक्ष में हिन्दी साहित्य समिति ने साहित्यकार डा. नीता कुकरेती की प्रकाशित कृति ‘श्रुति से शब्द तक’ का विमोचन किया गया। रविवार को हिन्दी भवन में मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अतिविशिष्ट अतिथि पूर्व डीजीपी उत्तराखंड अनिल रतूड़ी, पूर्व शिक्षा निदेशक उच्च शिक्षा डा. सविता मोहन, डा. कमला पंत, वरिष्ठ साहित्यकार असीम शुक्ल ने किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि राधा रतूड़ी ने कहा कि ‘श्रुति से शब्द तक’ डा. नीता कुकरेती का सुंदर काव्य संग्रह है। जिसमें उनकी बहुमुखी प्रतिभा का चित्रण है। महिला सशक्तिकरण की अलख जगाती उनकी नारी चेतना व देशप्रेम की कविताएं बहुत ही प्रेरणादायक हैं। बेटी को बचाएंगे मिलकर ये शब्द समाज को आइना दिखाते हैंं और हम सबको सोचने पर मजबूर करते हैं।
पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी ने कहा कि प्रत्येक रचना में पाठक को लेखक की शुद्ध साहित्यिक अनुभूति का अहसास होता है। लेखिका ने अपने जीवन की विभिन्न अनुभव, अध्ययन एवं कल्पना के बलबूते पर उत्तराखंड गीत गजल, नारी चेतना व देशप्रेम सहित विभिन्न विषयों पर उन्मुक्त भाव से संगीतमय कविताआें की रचना की है। डा. नीता कुकरेती को सुंदर काव्य रचना के लिए हार्दिक बधाई। डा. नीता कुकरेती ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए पाठकों को अपनी कृति सौंपी।
इस मौके पर शादाब अली, डा. राकेश बलूनी, जसवीर हलधर, डॉली डबराल, संगीता शाह, निशा रस्तोगी, सोमप्रकाश शर्मा, प्रमोद भारतीय, केडी शर्मा, शकुंतला इष्टवाल, डा. अनंतमणि त्रिवेदी, उपेंद्र कुकरेती, केपी कुकरेती, मनोज थपलियाल, विजय रतूड़ी, क्षमा कौशिक, शांति प्रकाश जिज्ञासु, बीना बैंजवाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष राम विनय सिंह और संचालन वरिष्ठ साहित्यकार बीना बैंजवाल ने की।
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