वेतन का भुगतान न होने पर शिक्षकों में आक्रोश, 23 को धरना देने की चेतावनी
देहरादून। गढ़वाल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (ग्रुटा) ने अशासकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों को दिसम्बर से वेतन का भुगतान न होने पर नाराजगी जताई है। साथ ही आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए 23 फरवरी को सामूहिक अवकाश लेकर धरना देने का अल्टीमेटम दिया है।
लम्बित वेतन को लेकर ग्रुटा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। ग्रुटा ने इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर अपने निर्णय से भी अवगत कर दिया है। उच्च शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में महामंत्री डा. डीके त्यागी ने कहा कि प्रदेश के 18 में से 16 सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों तथा शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को दिसम्बर से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है, जबकि दिसम्बर में आनलाइन शिक्षण व अन्य दायित्वों का निर्वहन किये जाने को प्रमाणित किया जा चुका है। प्राचार्य, प्रबंध तंत्र व शिक्षक संघ के आग्रह के बाद भी वेतन का भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अब फरवरी का अंतिम सप्ताह चल रहा है। इसके चलते शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों को गंभीर आर्थिक संकट से जुझना पड़ रहा है। तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के सामने भुखमरी की स्थिति आ गई है जिससे कर्मचारी अवसाद की स्थिति में है। एेसे में हताशा में आत्मघाती कदम भी उठाया जा सकता है। पत्र में 23 फरवरी को सभी कार्मिकों द्वारा सामूहिक अवकाश लेकर आहरण वितरण अधिकारी के कार्यालय पर धरना देने की चेतावनी दी गईहै। इसके चलते लॉ की होने वाली परीक्षाएं बाधित हो सकती है।
-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—