देहरादून

लक्ष्य सेन के साथी उज्जवल बने सेना में अफसर

भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होकर सेना में बना अफसर

सीडीएस में मिली थी नौंवी रैंकिंग, पिता राकेश डोभाल दून में वरिष्ठ पत्रकार

देहरादून । भारत को सबसे कम उम्र में गोल्ड मेडल (राष्ट्रमंडल खेल) दिलाने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन का साथी उज्जवल डोभाल भारतीय सेना में अधिकारी बन गया है। लक्ष्य व उज्जवल की जोड़ी ने राष्ट्रीय स्तर की जूनियर बैडमिंटन प्रतियोगिताआें में कई खिताब अपने नाम किए हुए हैं। देहरादून के सरस्वती सोनी मार्ग निवासी उज्जवल डोभाल शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी से सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर बतौर अफसर थलसेना में शामिल हो गया है। उज्जवल के पिता राकेश डोभाल राष्ट्रीय सहारा में वरिष्ठ पत्रकार हैं, जबकि मां अंजु डोभाल गृहणि है। उज्जवल के बड़े भाई उदित डोभाल एमबीए करने के बाद आस्ट्रेलिया में एक मल्टी नेशनल कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर हैं। दादा स्वर्गीय वीके डोभाल पशुपालन विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे, जबकि दादी कमला देवी जिंदगी के 80 वसंत पार कर चुकी है।


सेंट जोजेफ एकेडमी से 12वीं उर्तीण करने के बाद उज्जवल ने दिल्ली विवि में कंप्यूटर साइंस ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद कानून की पढ़ाई करने के लिए दाखिला लिया, लेकिन  प्राथमिकता थी सैन्य अधिकारी बनना। इसी दौरान उनका चयन वायुसेना में फ्लाइंग आफिसर  के साथ ही सीडीएस में भी हुआ। अखिल भारतीय स्तर पर सीडीएस में उज्जवल की नौवीं रैकिंग आई थी। आईएमए में सालभर का सैन्य प्रशिक्षण पूरा करने के बाद आज वह पास आउट होकर सैन्य अधिकारी बन गया है। बतौर लेफ्टिनेंट वह जम्मू—कश्मीर राइफल्स में कमीशंड हुए। अपने लाडले के सपने साकार होने के अवसर पर उनका परिवार और दोस्त अकादमी पहुंचे और अपने अंदाज में खुशी बयां की। हालांकि व्यस्तता के कारण बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन अपने साथ उज्जवल की खुशी में शरीक न हो सके। उन्होंने वीडियो कॉल कर बधाई दी। उज्जवल परिश्रम को ही सफलता की कुंजी मानते हैं। 

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