संत निरंकारी सत्संग भवन में विशाल संत समागम का आयेाजन
देहरादून। संत निरंकारी मंडल की ओर से हरिद्वार रोड स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में विशाल निरंकारी संत समागम का आयोजन किया गया। जिसमें निरंकारी सद्गुरु सुदीक्षा महाराज ने भक्तों को प्रवचन दिए। इस मौके पर सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज ने कहा कि प्रेम, शांति और सद्भाव से जीना ही भक्ति है। संत हमेशा दूसरों को सुख पहुंचाने का प्रयास करते हैं। कठोर वचनों को भी सहजता से सह लेते हैं और अपन अंदर वैर, विरोध, नफरत का भाव नहीं पनपने देते। उन्होंने कहा कि संत शीतल जल के समान होते हैं जहां भी जाते है वहां ठंडक पहुंचाते है। विपरीत भाव और वचन सह लेने वाली ही वास्तव में गुरसिख होते हैं। ब्रह्ज्ञानी संत महात्माआें का संग मानव जीवन को प्रेम, दया, करुणा, विशालता, सहनशीलता, नम्रता, सहजता जैसे अनेक दैवीय गुणों से भर देता है।
उन्होंने कहा कि गुरसिख जीवन में किसी इंसान में कोई फर्क नहीं देखता, सबमें परमात्मा का अंश देखत है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मज्ञान कोई ऐसी चीज नहीं जिसको केवल संभाल कर रखना है बल्कि इसको हर पाल अपने जीवन में इस्तेमाल करना है। इस मौके पर मसूरी जोन के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह व स्थायी संयोजक न रेश विरमानी ने संगतों का आभार प्रकट किया। समागम में हरिद्वार, सहारनपुर, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, देहरादून, बिजनौर, सहारनपुर से भक्त सद्गुरु के दर्शन के लिए पहुंचे।इस दौरान उपमुख्य संचालक एसके जूनेजा, क्षेत्रीय संचालक गब्बर सिंह चौहान, सुरेश कन्नौजिया, दिलवर सिंह पंवार, मंजीत सिंह के नेतृत्व में सेवादल ने लंगर, प्याऊ पंडाल व ट्रेफिक व्यवस्था में सहयोग किया। इस मौके पर भागवत जोशी सहित विभिन्न क्षेत्रों से भक्त मौजूद रहे।
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