डेंगू का डंक : 35 नए मामले, एक की मौत
अस्पतालों में बेड फुल, ब्लड बैंकों में खून व प्लेटलेट्स की कमीं
देहरादून । डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। देहरादून व आसपास के मैदानी इलाकों में इसका असर ज्यादा है। चिंता की बात यह कि अब डेंगू के मरीजों की मौत के मामले भी सामने आने लगे हैं। मंगलवार को जनपद में 35 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। डेंगू के ये मामले अलग—अलग क्षेत्रों से मिले हैं। वहीं कनिष्क अस्पताल में डेंगू पीडि़त एक मरीज की मौत भी हुई है। इस सीजन में डेंगू से अभी तक पांच मरीजों की मौत हो चुकी है।
जिन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है उनमें से 11 मरीज श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती हैं। इसके अलावा कोरोनेशन अस्पताल में नौ, दून अस्पताल में आठ, सिनर्जी अस्पताल में पांच और एसपीएस अस्पताल में दो मरीज भर्ती हैं। जनपद में इस बार अभी तक डेंगू के 541 केस मिल चुके हैं। जिनमें 459 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। जबकि वर्तमान में डेंगू के 126 एक्टिव मामले हैं। डेंगू के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए सैंपलिंग का दायरा भी लगातार बढ़ाया जा रहा है। आज 1312 सैंपल एलाइजा व रेपिड जांच को भेजे गए हैं। कुल मिलाकर डेंगू की स्थिति विकराल होती जा रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है। डेंगू मरीजों के बढ़ते ग्राफ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड फुल हैं। नए मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। ब्लड बैंकों में खून व प्लेटलेट्स की भी कमीं बनी हुई है। मरीजों के तीमारदार डोनर व प्लेटलेट्स के लिए इधर-उधर चक्कर काटने को मजबूर हैं। यद्यपि प्रशासन की ओर से डेंगू से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी व मदद के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। लेकिन इसके बाद भी मरीजों की परेशानी कम नहीं हो रही है। शासन व प्रशासन की ओर से डेंगू से बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की जा रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने आसपास खाली बर्तनों में पानी जमा न होने दें। क्योंकि डेंगू की बीमारी फैलाने वाला एडीज मच्छर रूके हुए पानी में ही पनपता है।
———————————