देहरादून। लॉक डाउन के लंबे समय के बाद ग्राफिक एरा में फिर रौनक लौटने लगी है। एक्टर एवं स्टैण्डअप कामेडियन सुनील ग्रोवर ने छात्र-छात्राओं को खुब गुदगुदाने व हंसने का मौका दिया। साथ ही छात्रों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया।
शुक्रवार को ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय का केपी नौटियाल आडिटोरियम में करीब दो साल बाद छात्र-छात्राओं के लिए खुला। गुत्थी व डा. गुलाटी के रोल में दिलों पे राज करने वाले एक्टर एवं स्टैण्डअप कामेडियन सुनील ग्रोवर अपने अंदाज में छात्र-छात्राओ से रूबरू हुए। उन्होंने अपने खास अंदाज में इण्टरैक्शन करते हुए कहा कि लॉकडाउन के बाद वे पहली बार युवाओं के बीच प्रत्यक्ष रूप से बात—चीत कर रहे हैं। इस दौरान बीच—बीच में कई बार अभिनेता सुनील ग्रोवर अपने मशहूर किरदार गुत्थी और डा. गुलाटी के अंदाज में दर्शकों को हंसाते रहे। इण्टरैक्टिव सैशन में छात्रों के सवालों को उन्होने बडा मनोयोग से जवाब दिया। साथ ही कुछ छात्रों का अपने पास स्टेज पर भी बुलाया। उन्होंने कहा कि संघर्ष के साथ—साथ विफलता भी आगे बढना सिखाती है। धैर्य और लगन के साथ मंजिल को देखने पर सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि शुरूआती दौर में मनोरंजन के इस चमचमाती दुनिया में कई रिजेक्शन भी मिले। टीवी आडिशन में चयन के बावजूद भी सेट पर समय से न पहुंचने के कारण किसी और एक्टर को रिप्लेस किया गया, अपना हौंसला बना के रखा। छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जिन्दगी में आने वाले उतार-चढाव भागने के बजाय उनसे सीखें और अपनी जंग जारी रखें। पढई करके आप जो भी काम करना चाहते हैं उसे जुनून के साथ करें तभी सही मायने में अपनी खुद की जिंदगी जियेंगे।
ग्राफिक एरा एजुुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला ने कहा कि महामारी के दौर में सबको कुछ पल के लिए हंसने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि सुनील ग्रोवर अपना काम मेहनत, जुनून और जज्बे से करते हैं जिससे उन्हें आगे बढाने की ऊर्जा मिलती है। छात्र-छात्राओं को अपने काम और लक्ष्य के प्रति सर्मपण सुनील ग्रोवर से सीखना चाहिए। डा. घनशाला व ग्रुप की वरिष्ठ पदाधिकारी राखी घनशाला ने सुनील ग्रोवर को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड युनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राकेश शर्मा, ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. संजय जसोला, सतीश शर्मा समेत कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन साहिब सबलोक ने किया।
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