प्रदीप की आंखों से दुनिया देख सकेंगी दो जिंदगी
प्रदीप कृषाली ने हिमालयन अस्पताल में लिया नेत्रदान का संकल्प
देहरादून। रामनगर डांडा क्षेत्र के युवा नेत्रदान कर लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का काम कर रहे है। देहरादून के सिंधवाल गांव (रैवाण) के मूल निवासी व वर्तमान में रामनगर डांडा, थानो में रह रहे प्रदीप कृषाली ने नेत्रदान का संकल्प लिया। उनकी आंखों से दो जिंदगी दुनिया को देख सकेगी। पूरण सिंह कृषाली के पुत्र 3२ वर्षीय प्रदीप कृषाली ने हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में जाकर नेत्रदान का संकल्प लिया है।
सिनर्जी अस्पताल देहरादून में नर्सिग स्टाफ प्रदीप कृषाली का कहना है कि नेत्रदान अवश्य करना चाहिए। हमारे बाद उनकी आंखों से कोई और इस सुंदर संसार को देख सकेगा।यह सोचकर बहुत खुशी होती है। जीवन में एक क्षण वह भी आएगा जब हम नहीं होंगे लेकिन यदि हम नेत्रदान का संकल्प लेते है तो हमारे चले जाने के बाद कोई इन आंखों से संसार को देख सकेंगे। चिकित्सा क्षेत्र से जुडे$ प्रदीप ग्रामीण परिवेश के लोगों के लिए प्रेरणा का कार्य कर रहे है। रामनगर डांडा, थानो के शिक्षक व कवि जगदीश ग्रामीण का कहना है कि युवाआें का नेत्रदान का संकल्प लेने का निर्णय वास्तव में काबिलेतारीफ है।
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