छात्र-छात्राओं ने बिखेरी पारंपरिक लोकगीतों की छटा
देहरादून। केन्द्रीय विद्यालय आईआईपी देहरादून में कला उत्सव कार्यक्रम का आयोजन संभागीय स्तर पर किया गया। इस कार्यक्रम में कला उत्सव 2021 के तहत पारंपरिक लोकगीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें देहरादून संभाग के कुल 24 केंद्रीय विद्यालयों ने सहभागिता दर्ज की जिसमें से कुल 36 छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियां ऑनलाइन माध्यम से दिया। कार्यक्रम का उद्घाटन देहरादून संभाग के सहायक आयुक्त श्री डीएस नेगी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए कहा कि कलात्मक गतिविधियां भी विद्यार्थी जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं एवं हमें सीखने के ढेर सारे अवसर प्रदान करती हैं। स्थल प्राचार्या श्रीमती मिक्की खुल्बे ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि किस प्रकार से लोक संगीत हमारे परिवेश एवं प्रकृति से अनवरत जुड़ा हुआ है। संगीत हमारे आसपास दैनिक जीवन में मां की लोरी से लेकर चिड़ियों की चहचहाहट तक प्रत्येक रूप में मौजूद है । कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में डॉ राजेंद्र तोमर , सहायक आचार्य नाहन ,हिमाचल प्रदेश, श्रीमती ज्योति उप्रेती सती ,संगीत अध्यापिका एवं रेडियो तथा दूरदर्शन कार्यक्रम प्रस्तोता, श्री ऋषभ भारद्वाज ,सहायक आचार्य राजकीय महाविद्यालय ,मंडी हिमाचल प्रदेश ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश कुमार पीजीटी हिंदी एवं धन्यवाद ज्ञापन संगीत अध्यापिका श्रीमती सुशीला देवी ने किया। इस अवसर पर देहरादून संभाग के विविध विद्यालयों से संगीत अध्यापकों ने एवं विद्यालय के शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई।