सीएम जोशीमठ रवाना, अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
देहरादून। रविवार को चमोली जनपद के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाई की आशंका जताई जा रही है। ग्लेशियर फटने से पानी तेजी से बह रहा है। तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण ऋ षिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुंची है। ग्लेशियर टूटने से दर्जनों लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि अभी अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। पानी के बहाव में नदी किनारे स्थित कई घरों तबाह हो गए है। ऋ षिकेश व हरिद्वार तक अलर्ट जारी किया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जोशीमठ के लिए रवाना हो गए है। उनके साथ आयुक्त गढवाल रविनाथ रमन और डीआईजी गढ़वाल नीरु गर्ग उनके साथ रवाना हो गए है। एसडीआरएफ, आईटीबीपी व आपदा टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है।
रविवार की सुबह करीब साढे दस बजे यह घटना सामने आई। अनहोनी की आशंका के चलते श्रीनगर गढ़वाल धारी देवी मंदिर परिसर पुलिस प्रशासन ने खाली करवाना शुरु कर दिया है। श्रीनगर जल विद्युत परियोजना को झील का पानी कम करने के निर्देश दिए गए है। ताकि अलकनंदा का जलस्तर को बढऩे से रोका जा सके। नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गयी है। कई पुल टूटने से गांवों का संपर्क कट गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपदा से निपटने के आदेश दिए गए है। उन्होंने कहा कि चमोली जिले से आपदा का समाचार मिला है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने के आदेश दे दिए है। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार जरूरी कदम उठा रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि गंगा नदी के किनारे न जाएं।
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